Smriti Mandhana: भारतीय सलामी बल्लेबाज स्मृति मंधाना ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत की महिलाओं की ऐतिहासिक टेस्ट जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिससे उनकी टीम को मुंबई के प्रतिष्ठित वानखेड़े स्टेडियम में 8 विकेट की जीत मिली। दूसरी पारी में नाबाद 38 रन बनाने के बाद, मंधाना ने खेल और पिच की स्थिति के बारे में जानकारी साझा की।
Smriti Mandhana का इंटरव्यू
मैच के बाद के इंटरव्यू में, स्मृति मंधाना ने वानखेड़े स्टेडियम की पिच पर तीसरे और चौथे दिन बल्लेबाजी को कठिन बताने की धारणा को खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि अगर कोई खिलाड़ी धैर्य रखता है और ढीली गेंदों का इंतज़ार करता है, तो पिच बल्लेबाजी के लिए आसान हो जाती है।
मंधाना ने कहा, “पिच पर बल्लेबाजी कठिन थी, यह बात गलत है। अगर आप खुद को लगाएं और धैर्य रखें, तो रन बनाना आसान है। आपको बस ढीली गेंदों का इंतज़ार करना होगा और उनपर बड़ा शॉट लगाना होगा।”
उन्होंने आगे बताया कि टीम ने गेंद को देखने और उस पर प्रतिक्रिया करने के सरल दृष्टिकोण पर ज़ोर दिया था। “हमारा प्लान बस गेंद को देखना और उसके अनुसार खेलना था। हमने कोई जटिल रणनीति नहीं बनाई थी,” मंधाना ने कहा।
Smriti Mandhana की दीप्ति और पूजा के बीच साझेदारी
पहली पारी के बारे में बात करते हुए, स्मृति मंधाना ने दीप्ति शर्मा और पूजा वस्त्रकर के बीच महत्वपूर्ण साझेदारी को स्वीकार किया, जिसने उनके नज़रिए में, भारत की जीत में निर्णायक भूमिका निभाई। भारतीय टीम ने 406 रनों का शानदार स्कोर बनाया, ऑस्ट्रेलिया पर 197 रनों की महत्वपूर्ण बढ़त ले ली।
पहली पारी में ऑस्ट्रेलियाई टीम केवल 219 रन ही बना सकी, और भारत के मजबूत बल्लेबाजी प्रदर्शन के सामने टिक नहीं पाई। भारत ने 406 रन बनाकर 197 रनों की विशाल बढ़त हासिल कर ली। दूसरी पारी में, 73 रनों का छोटा सा लक्ष्य होने के बावजूद, ऑस्ट्रेलियाई टीम लड़खड़ा गई और भारत ने आसानी से लक्ष्य का पीछा करते हुए मैच जीत लिया।
यह भारत के लिए एक शानदार जीत है और यह भारतीय महिला क्रिकेट के लिए एक ऐतिहासिक क्षण है। इस जीत से भारत ने टेस्ट क्रिकेट में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 1983 के बाद से घर पर पहली जीत दर्ज की है।
बल्ले से Smriti Mandhana का निर्णायक योगदान
Smriti Mandhana ने बल्ले से बेहतरीन प्रदर्शन किया, जिसने भारत की जीत में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। पहली पारी में उन्होंने शानदार 74 रन बनाए, जो भारतीय स्कोर के एक बड़े हिस्से के लिए जिम्मेदार थे। उन्होंने पारी को मजबूती प्रदान की और ऑस्ट्रेलिया के गेंदबाजों पर दबाव डाला। दूसरी पारी में मंधाना ने नाबाद 36* रन बनाए, जिससे भारत को जीत के करीब ले जाने में मदद मिली। उनकी निरंतर उपस्थिति और शांतचित्त प्रदर्शन ने जीत का आत्मविश्वास बनाए रखा।
मुंबई के शानदार वानखेड़े स्टेडियम पर भारत की महिला क्रिकेट टीम ने एक ऐसा कारनामा कर दिखाया, जो इतिहास के पन्नों में हमेशा याद रखा जाएगा। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट मैच में शानदार जीत, ना सिर्फ एक जीत बल्कि भारतीय महिला क्रिकेट के लिए एक मील का पत्थर साबित हुई।
स्नेह राणा : Player of the match
स्नेह राणा की धमाकेदार ऑलराउंडर प्रदर्शन,
मुंबई के प्रतिष्ठित वानखेड़े स्टेडियम पर खेले गए भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच ऐतिहासिक टेस्ट मैच में भारतीय ऑलराउंडर स्नेह राणा ने कमाल कर दिखाया। अपने शानदार ऑलराउंडर प्रदर्शन के बदौलत उन्हें इस रोमांचक मैच की ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ चुना गया।
राणा ने न केवल गेंद के साथ कमाल दिखाया, बल्कि बल्ले से भी महत्वपूर्ण योगदान दिया। उन्होंने पहली पारी में महत्वपूर्ण विकेट लेने के साथ-साथ नाबाद 45 रन की पारी भी खेली, जो मैच के परिणाम के लिए निर्णायक साबित हुई। ऑस्ट्रेलिया को पहली पारी में मात्र 219 रनों पर रोकने में उनकी भूमिका सराहनीय रही।
Love this team 💙 pic.twitter.com/jrrolgvRp3
— Smriti Mandhana (@mandhana_smriti) December 24, 2023
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